लॉकडाउन व्यवस्था के लागू होने से राजस्व में आई कमी : योगी

लखनऊ, (वेबवार्ता)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि वैश्विक महामारी कोविड 19 से बचाव के लिये लागू लॉकडाउन के चलते राजस्व को भारी कमी आयी है। योगी ने अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में लाॅकडाउन व्यवस्था की समीक्षा की।


 


उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड 19 से बचाव के लिये लागू लॉकडाउन के चलते राजस्व को भारी कमी आयी है। लाॅकडाउन-3 के दौरान राज्य में उद्योग धन्धों को संचालित करने के लिये एक कार्ययोजना बनाकर एडवाइजरी जारी की जाय।


 


उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन व्यवस्था के लागू होने से राजस्व में कमी आयी है। इसके बावजूद राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के 16 लाख कर्मचारियों केवेतन तथा 12 लाख सेवानिवृत्त कर्मचारियों की पेंशन का समय से पूर्व भुगतान सुनिश्चित कराया है। गौरतलब है कि चालू वित्त वर्ष 2020-21 केबजट के अनुसार अप्रैल माह में कर राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य 12141.04करोड़ रूपये था जिसके सापेक्ष 2012.66 करोड़ रूपये की प्राति हुई है। यह लक्ष्य का मात्र 16.6 प्रतिशत है। इसी तरह करेत्तर राजस्व प्राप्ति के लक्ष्य 1512.98 करोड़ रूपये के सापेक्ष 282.12 करोड़ रूपये की प्राप्ति हुई है। यह धनराशि लक्ष्य का 18.6 प्रतिशत है।


 


योगी ने कहा कि हाॅटस्पाॅट क्षेत्रों में रहने वाले कर्मी अपने सहयोगियों के लिए कोरोना कैरियर बन सकते हैं। इसलिए यह लोग अपने कार्यस्थल पर न जाएं। उन्होंने कहा कि मण्डियों में किसानों, थोक व्यापारियों, खुदरा व्यापारियों के लिए समय सारणी बना ली जाए। मण्डियों का निरतर प्रभावी निरीक्षण कराया जाए। मण्डियों में साफ सफाई की व्यवस्था को उत्तम रखा जाए। मण्डियों में सेनेटाइजर आदि की व्यवस्था सुनिश्चित रहनी चाहिए तथा सोशल डिस्टेंसिंग के पालन का विशेष ध्यान रखा जाए।


 


मुख्यमंत्री ने कहा कि इमरजेंसी सेवाओं को पूरे प्रोटोकाल का पालन सुनिश्चित करते हुए प्रारम्भ कराया जाए। स्वास्थय विभाग द्वारा इमरजेंसी सेवाएं शुरू करने वाले अस्पतालों से संवाद बनाया जाए। किसी समस्या की स्थितीमें उसका प्रभावी निराकरण कराया जाए। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री को भी इमरजेंसी सेवाएं उपलब्ध कराने वाले अस्पतालों से दूरभाष पर जानकारी पर्याप्त करने के निर्देश दिए


 


उन्होंने कहा कि डाॅक्टरों और पैरामेडिकल कर्मियों के प्रशिक्षण के साथ ही डिग्री व माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्याें को भी प्रशिक्षण दिलाया जाये। कोविड-19 से बचाव के लिये व्यापक पैमाने पर प्रशिक्षण दिलाने के लिए प्रत्येक जिले में मास्टर ट्रेनर्स लगाए जाएं। पीपीई किट, एन-95 मास्क, सेनिटाइजर आदि की पर्याप्त आपूर्ति बनाए रखी जाय। उन्होंने कहा कि लेवल-1, लेवल-2, लेवल-3 कोविड अस्पतालों की क्षमता का तेजी से विस्तार किया जाय।