नूंह, (वेबवार्ता)। मेवात को कोरोना मुक्त जोन बनाने की कवायद शुरू की गई है। यही कारण है कि दूसरी बार नूंह का दौरा कर रहा हूं। ये बातें अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) साउथ रेंज डॉ. आरसी मिश्र ने कही। जिले में चार लोगों के कोरोना संक्रमित होने का मामला सामने आने के बाद शनिवार को लघु सचिवालय नूंह में पत्रकारों से बातें की। उन्होंने जिले के सभी नाके देखे और क्वारंटाइन सेंटरों का भी जायजा लिया। वह गांव सालाहेड़ी स्थित राजकीय कन्या महाविद्यालय भी पहुंचे और क्वारंटाइन किए गए 102 जमातियों के रहन-सहन, सुरक्षा व दवाई आदि की जानकारी ली। ड्रोन के जरिये पूरी निगरानी का आदेश भी दिया। साथ ही पुलिस को सख्त हिदायत दी कि कोई भी बाहरी नजर आये तो उसकी जांच अवश्य कराई जाए। उन्होंने गांव में सरपंचों को भी निर्देश दिया कि किसी बाहरी को छिपाएं नहीं। क्योंकि कोरोना पर काबू पाने के लिए एकजुटता जरुरी है।
(एडीजीपी) साउथ रेंज ने बताया कि लॉकडाउन के चलते चौकसी बढ़ा दी गई है। यहां की सीमाओं पर कड़ी नजर रखी जा रही हैं। बाहरी लोगों को आने नहीं दिया जा रहा हैं। यहां के अस्पताल, एकांतवास आदि की वह खुद जांच कर रहे हैं। इसके लिए डीसी व एसपी से भी विशेष चर्चा की हैं। मुस्लिम धर्म गुरुओं से भी सहयोग मांगा गया हैं, ताकि मेवात को कोरोना वायरस से मुक्त बनाया जा सके। उन्होंने बताया कि कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज नल्हड़ मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। जो तब्लीगी जमाती है उनको जिले के विभिन्न एकांतवास में रखा हुआ हैं। उन्होंने निर्देश दिया कि जो कोई भी स्वास्थ्य कर्मी, आंगनवाड़ी, आशा वर्कर व अन्य कर्मचारियों से झगड़ा व अभद्रता करता पाया जाए उसके खिलाफ तुरंत मुकदमा दर्ज किया जाए। उन्होंने लोगों से शारीरिक दूरी बनाने की भी अपील की हैं। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ होगी कार्रवाई : एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया या ह्वाट्स एप के जरिए धर्म, व्यक्ति विशेष के खिलाफ गलत बयानबाजी व अफवाह फैलाने की कोशिश करने वालों के खिलाफ मामलें दर्ज किये जाएंगे। इस दौरान मौके पर उपायुक्त नूंह पंकज कुमार, पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारनिया व डीएसपी हेड क्वार्टर अनिल कुमार आदि भी मौजूद रहे।