स्वतंत्रा सेनानी विजय सिंह पथिक की की पुण्यतिथि पर किसान एकता संघ के पदाधिकारियों ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी

स्वतंत्र सेनानी विजय सिंह पथिक की पुण्यतिथि पर सेक्टर डेल्टा टू में किसान एकता संघ के प्रदेश मीडिया प्रभारी आलोक नागर के निवास पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी


इस मौके पर किसान एकता संघ के प्रदेश अध्यक्ष जतन प्रधान ने बताया कि विजय सिंह पथिक स्वतंत्रता सेनानी थे उन्हें राष्ट्रीय पथिक नाम से भी जाना जाता है। उनका जन्म बुलन्दशहर जिले के ग्राम गुठावली कलाँ के एक अहीर वार[2] में हुआ था। उनके दादा इन्द्र सिंह बुलन्दशहर स्थित मालागढ़ रियासत के दीवान (प्रधान ) थे जिन्होंने 1857 के प्रथम स्वतन्त्रता संग्राम में अंग्रेजों से लड़ते हुए वीरगति प्राप्त की थी। पथिक जी के पिता हमीर सिंह गुर्जर को भी क्रान्ति में भाग लेने के आरोप में सरकार ने गिरफ्तार किया था। पथिक जी पर उनकी माँ कमल कुमारी और परिवार की क्रान्तिकारी व देशभक्ति से परिपूर्ण पृष्ठभूमि का बहुत गहरा असर पड़ा
इस मौके पर किसान एकता संघ के राष्ट्रीय महासचिव बृजेश भाटी ने बताया कि मोहनदास करमचंद गांधी के सत्याग्रह आन्दोलन से बहुत पहले उन्होंने बिजौलिया किसान आंदोलन के नाम से किसानों में स्वतंत्रता के प्रति अलख जगाने का काम किया था
इस मौके पर प्रदेश मीडिया प्रभारी आलोक नागर, जिला अध्यक्ष कृष्ण नागर, राष्ट्रीय सचिव लोकेश भाटी सलेमपुर गुर्जर आदि लोग मौजूद रहे