जयपुर, (वेबवार्ता)। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने। कहा है कि लाकडाउन में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोज़गार गारंटी योजना( मनरेगा) के मजदूरों को घर बैठे वेतन मिलना चाहिए। गहलोत ने मीडिया से कहा कि केन्द्र सरकार ने उद्योगपतियों को लाकडाउन में श्रमिकों को घर बैठे तनखवाह देने की बात कही है, यह सही है। श्रमिकों की तरह मनरेगा के मजदूरों को भी घर बैठे तनख्वाह मिलनी चाहिए, क्योंकि लाकडाउन में काम बंद होने से लोग घर बैठे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में मनरेगा के काम में प्रगति हुई है और इसके तहत 12 लाख लोगों को रोजगार मिल रहा हैं और हमारा इसे 30 लाख तक पहुँचने का इरादा है। उन्होंने कहा कि राज्य में सभी लोग मिलकर कोरोना से लड़ रहे हैं। सरकार भी सतर्क एवं मुस्तैद हैं और ज्यादा से ज्यादा टेस्ट किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि आज राज्य में प्रतिदिन दस हजार लोगों की जांचे की जाने लगी है और इसे 25 हजार तक बढ़ाने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि अभी पता नहीं है कि कोरोना कब खत्म होगा। इसलिए सरकार ने पूरी तैयारी कर रखी है। उन्होंने कहा कि लाकडाउन के बाद भी मास्क लगाना लम्बे समय तक चलेगा।