महिला आईएएस अफसर के इस्तीफे पर सरकारी उदासीनता और चुप्पी क्यों : मायावती


 


 


लखनऊ, (वेबवार्ता)। बसपा मुखिया मायावती ने कथित रूप से 'नौकरी के दौरान जान को खतरा' होने पर आईएएस अफसर रानी नागर के इस्तीफे को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए बुधवार को इस मामले में 'सरकारी उदासीनता' और चुप्पी पर सवाल उठाये हैं। मायावती ने ट्वीट कर कहा ''हरियाणा की महिला आईएएस अफसर रानी नागर को, 'नौकरी के दौरान अपनी जान को खतरे’ के कारण अंततः अपनी नौकरी से ही इस्तीफा देकर वापस अपने घर यूपी लौट आना पड़ा है, जो अति-दुःखद व अति-दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा ''महिला सुरक्षा और सम्मान के मामले में ऐसी सरकारी उदासीनता और अन्य लोगों की चुप्पी क्यों?'' गौरतलब है कि हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग में अपर निदेशक के पद पर तैनात रहीं आईएएस अधिकारी रानी नागर ने गत चार मई को पद से इस्तीफा दे दिया।उन्होंने इस्तीफे के पीछे सरकारी ड्यूटी के दौरान सुरक्षा न होने का हवाला दिया है। रानी ने ट्विटर पर लिखा था, 'मैं रानी नागर पुत्री श्री रतन सिंह नागर निवासी गाजियाबाद गांव बादलपुर तहसील दादरी जिला गौतमबुद्धनगर, आप सभी को सूचित करना चाहती हूं कि मैंने आज दिनांक 04 मई 2020 को आईएएस के पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। मैं और मेरी बहन रीमा नागर माननीय सरकार से अनुमति लेकर चंडीगढ से अपने पैतृक शहर गाजियाबाद वापस जा रहे हैं। हम आपके आशीर्वाद व साथ के आभारी रहेंगे।'