कोरोना वायरस को हराने में जुटा हुआ हैं गाजियाबाद प्रशासन

गाजियाबाद, (वेबवार्ता)। जिले में कोरोना वायरस के हमले के दौरान गाजियाबाद के डीएम अजय शंकर पांडे ने प्रशासनिक अधिकारियों की एक ऐसी टीम तैयार की है, जो कोरोना से लड़ने के लिए प्रतिबद्ध है। डीएम ने लॉकडाउन होते ही इस टीम का गठन कर हुए सभी अधिकारियों को कोविड-19 पर विचार और जनपदवासियों को सुरक्षित रखने के लिए अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपते हुए उनका निर्वहन सही प्रकार से करने के निर्देश दिए थे। जिसका परिणाम यह हुआ कि जनपद गाजियाबाद में कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने पर प्रभावी तरीके से समय रहते अंकुश लगाया गया। तभी तो जनपद में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा पड़ोसी जनपद गौतमबुद्ध नगर से काफी कम रहा।


 


गोरतलब हो कि गाजियाबाद के जिलाधिकारी द्वारा बनाई इस टीम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को जनपद में लॉक डाउन को सुनिश्चित करने के लिए संपूर्ण पुलिस प्रबंध सुनिश्चित कराना, कानून व्यवस्था और शांति व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए पुलिस तंत्र को सक्रिय रखना एवं नियंत्रण करते हुए अराजक तत्वों पर सतर्क दृष्टि बनाए रखना और उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करना एवं कानून व्यवस्था को लेकर अन्य उचित कदम उठाएं जाने की ज़िम्मेदारी सौंपी गई थी। जिसे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा बखूबी ढंग से निभाया जा रहा है। वहीं गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष कंचन वर्मा को श्रमिकों एवं अन्य गरीबों को समय से भरण-पोषण, भत्ते का समय से वितरण किया जाना सुनिश्चित किया है।


 


साथ ही जिले की औद्योगिक एवं व्यवसाई की इकाइयों में काम करने वाले सभी कर्मियों को बंदी के दौरान पूर्व वेतन इत्यादि उपलब्ध कराए जाने की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है। इस जिम्मेदारी को निभाने के लिए जीडीए उपाध्यक्ष पूरी तरह से जुटी हुई है। वहीं नगर निगम के नगर आयुक्त को जनपद के सभी नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल, स्वच्छता और सैनिटाइजेशन की व्यवस्था सुनिश्चित किया जाना एवं उनकी नियमित रूप से समीक्षा किए जाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिसका नगर निगम की अलग-अलग टीम के द्वारा इन सभी कार्यों पर बखूबी ढंग से कार्य किया जा रहा है। जिला अधिकारी का कहना है कि जिस तरह से पूरी टीम चारों तरफ जुटी हुई है निश्चित तौर पर जल्द ही कोविड-19 संक्रमण को हराया जा सकेगा।