आदेश आने के बाद भी प्राइवेट स्कूल प्रबंधक अभिभावकों को नोटिस भेजकर अप्रैल मई-जून की फीस जमा कराने के लिए दबाव डाल रहे हैं


फरीदाबाद,  (वेबवार्ता)अभिभावक एकता मंच ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, चेयरमैन सीबीएसई, शिक्षा सचिव व निदेशक हरियाणा को इस बारे में शिकायत भेजकर दोषी स्कूलों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करते हुए उनकी मान्यता रद्द करने की मांग की है मंच के प्रदेश महासचिव कैलाश शर्मा ने बताया कि फरीदा व गुड़गांव स्थित मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल की ओर से 2830 मार्च को अभिभावकों को नोटिस भेजकर कहा गया कि वह 10 अप्रैल तक अप्रैल मई-जून की फीस जमा करा दें जबकि 27 तारीख को ही शिक्षा निदेशक हरियाणा के आदेश सभी स्कूलों के पास आ गए थे कि वे लॉकडाउन के चलते अभिभावकों पर फीस जमा कराने के लिए दबाव ना डालें इसके बावजूद स्कूल प्रबंधकों ने सरकारी आदेश को ठेंगा दिखाते हुए अपनी मनमानी जारी रखी है। अन्य स्कूल प्रबंधक की भी ऐसा ही कर रहे हैं और वह भी अभिभावकों पर दबाव डाल रहे हैं। मंच का कहना है कि लोकडाउन के चलते सभी घरों में कैद है सभी आर्थिक मंदी की मार झेल रहे हैं गरीब व मध्यम अभिभावकों को अपने परिवार का खर्चा चलाने में परेशानी हो रही है केंद्र व राज्य सरकार ने सभी नागरिक व अभिभावकों को कई मामलों में राहत प्रदान की है लेकिन स्कूल प्रबंधक किसी प्रकार की राहत देने के मूड में नहीं है। इतना ही नहीं स्कूल प्रबंधकों ने लॉकडाउन का फायदा उठाते हुए शिक्षा सत्र 2020-21 मैं ट्यूशन फीस व अन्य अपनी मर्जी से बनाए गए गैरकानूनी फंडों में 30 से 50 फीसदी तक की वृद्धि कर दी है। जो पूरी तरह से गलत व नियम विरुद्ध है। अभिभावक पहले से ही मंदी के शिकार है उनकी जेब पर और अधिक आर्थिक बोझ डालना उनके साथ पूरी तरह से अन्याय है। मंच इस अन्याय को नहीं होने देगा। मंच ने अभिभावकों से भी कहा है कि वे जिला प्रशासन द्वारा लॉकडाउन के समय बनाई गई गाइडलाइंस का पूरी तरह से पालन करते हुए अपने घरों में ही रहे और स्कूलों के इस तरह के नोटिसो से न घबराएं और स्कूलों की प्रत्येक मनमानी का डटकर विरोध करें।