रिपोर्ट रोजुदीन दिल्ली, नोएडा, ग़ाज़ियाबाद, गुडगांव, फरीदाबाद, मुरादनगर, मोदीनगर आदि क्षेत्रों से देवीयों की मूर्ति विसर्जन करने के लिए मुरादनगर गंगनहर पर हजारों की संख्या में भक्त पहुँचे। गंगनहर के पास बने कुंड में श्रद्धालुओं ने मूर्तियां विसर्जित की । परशुराम सेवा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं विनोद कुमार मिश्रा ने बताया कि मुरादनगर गंगनहर एक बड़े तीर्थ स्थल का रूप ले चुकी है। गणपति विसर्जन, रामनवमी, छठपूजा, बैसाखी का पर्व आदि ऐसे पर्व हैं जिन पर हजारों की सँख्या में लोग मुरादनगर गंगनहर पर पहुँचकर आस्था की डुबकी लगाते हैं। सिचाईं विभाग ने पिछले कुछ दिनों से नहर में सफाई के नाम पर गंगनहर का पानी रोक दिया । हरिद्वार से लेकर जहाँ तक ये नहर जाती है वहाँ तक के नहर में आस्था की डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं को आज निराश हाथ लगी क्योंकि नहर में जल बहुत कम है। इससे जहाँ एक तरफ धर्म प्रेमियों को ढंग से स्नान न होने के कारण हुई निराशा वहीं दूसरी ओर ग़ाज़ियाबाद, नोएडा, दिल्ली आदि क्षेत्रों के लोग जो गंगनहर के पानी पर निर्भर हैं उन्हें भी परेशानी उठानी पड़ रही है। हम उत्तर प्रदेश सरकार से मांग करते हैं कि गंगनहर की सफाई गंगास्नान के बाद कराई जाए।क्योंकि गणपति विसर्जन से लेकर गंगास्नान तक कई ऐसे त्यौहार पड़ते हैं जिसमें धर्म प्रेमी गंगनहर में स्नान करते हैं और आस्था की डुबकी लगाते हैं।
मुरादनगर गंगनहर पर मूर्ति विसर्जन करने वालों का उमड़ा जन शेलाब।