नई दिल्ली :अमन व एकता सम्मेलन ताल कटोरा स्टेडियम में हुआ जहाँ पर मुस्लिम समाज के लोग भारी तादाद में पहुंचे

नई दिल्ली तरिकत चौधरी
जमीयत उलमा ए हिन्द यह सम्मेलन घोषणा करता है कि हम सब भारतीय एक कौम है हमे धर्म, जात पात, रंग व नस्ल, भाषा और संप्रदायों के आधार पर बाटा नही जा सकता जो लोग ऐसा करने का प्रयास कर रहे हैं वह हमारे देश और राष्ट्र के बड़े दुश्मन है हम इनकी साजिशों को कभी सफल नहीं होने देंगे
धर्म या राष्ट्रवाद के नाम पर निहत्थे और कमजोर लोगों को इक्का दुक्का घेर कर मारना जलाना, मोत के घाट उतारना और सोशल मीडिया पर उसको पोस्ट करके लोगों मैं डर पैदा करना बहुत घिनौनी और नफरत से भरा काम है जिसे किसी भी सभ्य समाज में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता हम सब भारतीय नागरिक ऐसे लोगों से और इनकी मानवता विरोधी एक्टिविटीज से बेजारी बेतालुकी का इजहार करते हैं और इनके खिलाफ सख्त एक्शन की मांग करते हैं
के पास एक जुल्म व अत्याचार के सामने मूकदर्शक बने रहना खुद में एक बड़ा अत्याचार है इसलिए देश के किसी भी इलाके में होने वाले मानवता विरोधी घटनाओं के खिलाफ आवाज उठाना प्रदर्शन करना हुकूमत और प्रशासन को जगाना और उनकी पकड़ करना हम सबकी सांझी धार्मिक राष्ट्रीय और सामाजिक जिम्मेदारी है इस जिम्मेदारी को पूरा करने के लिए हम हर तरह का बलिदान देने को तैयार है
अत्याचार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और संघर्ष करने वालो को यह बात दिमाग में बैठा लेनी चाहिए कि वह धैर्य सहनशीलता सब्र व इंसाफ की सीमाओं को ना तोड़े बदले और इंतकाम के बजाय सबके कल्याण और इंसाफ की स्थापना के लिए एकजुट होकर प्रयास करै हमारे मजहब और हमारे देश के संविधान की यही मांग है अपने और अपने परिवार और पड़ोसियों का बचाव करना न सिर्फ हमारा अधिकार है बल्कि हमारा धार्मिक और राष्ट्रीय कर्तव्य है इस सिलसिले में पुरे साहस के साथ हमे खड़ा होना चाहिए और किसी भी हाल में बुजदिली व कम हिम्मती का प्रदर्शन नहीं करना चाहिए
मुल्क के माहौल को पीसफुल बनाए रखने के लिए हर जिले और शहर में जमीयत सदभावना मंच बनाए जाएं जिसमें हर वर्ग और हर धर्म के अमन पसंद नागरिकों को शामिल किया जाए और इस मंच की तरफ से वक्त पर सांझी मीटिंग और प्रोग्राम आयोजित किए जाएं ताकि आपस में विश्वास की बहाली में मदद मिल सके।